अध्याय 137 एक पल का प्रवेश

निकोल को चक्कर आ रहा था, लेकिन उसकी होश पूरी तरह से उड़ी नहीं थी। उसने महसूस किया कि कोई उसे थामे हुए है, उसके पेट में शराब हिल रही थी, और ऐसा लग रहा था मानो शराब उसके शरीर में रिस रही हो, जिससे उसका खून उबलने लगा हो।

उसका शरीर बेचैन था, और यह अहसास कुछ हद तक परिचित था, पहले से कहीं ज्यादा साफ। ऐसा ...

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